ग़ज़ल

दुनिया में हूँ दुनिया का तलबगार नहीं हूँ

दुनिया में हूँ दुनिया का तलबगार नहीं हूँ

वो गुल हूँ ख़िज़ां ने जिसे बरबाद किया है उलझूँ किसी दामन से मैं वो ख़ार नहीं हूँ ...

न तुम मेरे न दिल मेरा न जान-ए-ना-तवाँ मेरी

न तुम मेरे न दिल मेरा न जान-ए-ना-तवाँ मेरी

अबस नादानियों पर आप-अपनी नाज़ करते हैं अभी देखी कहाँ हैं आप ने नादानियाँ मेरी ...

तस्वीर तेरी दिल मेरा बहला न सकेगी

तस्वीर तेरी दिल मेरा बहला न सकेगी ये तेरी तरह मुझ से तो शर्मा न सकेगी ...

आरजू है वफ़ा करे कोई

आरजू है वफ़ा करे कोई

उन से सब अपनी अपनी कहते हैं मेरा मतलब अदा करे कोई ...

इस अदा से वो वफ़ा करते हैं

इस अदा से वो वफ़ा करते हैं

हुस्न का हक़ नहीं रहता बाक़ी हर अदा में वो अदा करते हैं ...

दर्द बन के दिल में आना , कोई तुम से सीख जाए

दर्द बन के दिल में आना , कोई तुम से सीख जाए

आते-जाते यूँ तो देखे हैं हज़ारों ख़ुश-ख़राम दिल में आकर दिल से जाना,कोई तुम से सीख जाए ...

ये जो है हुक़्म मेरे पास न आए कोई

ये जो है हुक़्म मेरे पास न आए कोई

हो चुका ऐश का जलसा तो मुझे ख़त पहुँचा आपकी तरह से मेहमान बुलाए कोई ...

ले चला जान मेरी रूठ के जाना तेरा

ले चला जान मेरी रूठ के जाना तेरा

अपनी आँखों में अभी कून्द गई बिजली- सी हम न समझे के ये आना है या जाना तेरा ...

कहाँ ले जाऊँ दिल दोनों जहाँ में इसकी मुश्किल है

कहाँ ले जाऊँ दिल दोनों जहाँ में इसकी मुश्किल है

हज़ारों दिल मसल कर पाँवों से झुँझला के फ़रमाया, लो पहचानो तुम्हारा इन दिलों में कौन सा दिल है ...

ग़ज़ब किया, तेरे वादे पे ऐतबार किया

ग़ज़ब किया, तेरे वादे पे ऐतबार किया

ये दिल को ताब कहाँ है कि हो मालन्देश उन्हों ने वादा किया हम ने ऐतबार किया ...

सबसे लोकप्रिय

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तुम और मैं

तुम तुंग - हिमालय - श्रृंग और मैं चंचल-गति सुर-सरिता ...

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तुम हमारे हो

नहीं मालूम क्यों यहाँ आया ठोकरें खाते हु‌ए दिन बीते। उठा तो पर न सँभलने पाया गिरा व रह गया आँसू पीते ...

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लू के झोंकों झुलसे हुए थे जो

लू के झोंकों झुलसे हुए थे जो, भरा दौंगरा उन्ही पर गिरा ...

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स्नेह-निर्झर बह गया है

स्नेह-निर्झर बह गया है ! रेत ज्यों तन रह गया है ...

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गहन है यह अंधकारा

गहन है यह अंधकारा; स्वार्थ के अवगुंठनों से हुआ है लुंठन हमारा ...

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